Thursday, May 13, 2021

knowledge: अवतार

               

परशुराम

    भगवान विष्णु के छठे अवतार के जन्मदिवस के रुप में हर वर्ष परशुराम जयंती मनाई जाती है। परशुराम जयंती हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, परशुराम जी का जन्म प्रदोष काल में तृतीया तिथि में हुआ था। ऐसे में परशुराम जयंती का उत्सव भी प्रदोष काल में ही मनाया जाना चाहिए। इस वर्ष परशुराम जयंती आज 14 मई दिन शुक्रवार को है। इस अक्षय तृतीया भी है। इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। जागरण अध्यात्म में जानते हैं कि परशुराम जयंती के दिन पूजा का मुहूर्त, तृतीया तिथि और इसका महत्व क्या है।

चार वेद ज्ञाता अर्थात् पूर्ण ज्ञान है एवं पीठपर धनुष्य-बाण अर्थात् शौर्य है।
अर्थात् यहां ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज, उच्चासन विधमान हैं। जो सत्य का विरोध करेगा ,उसे ज्ञान से देकर अथवा बाण से परशुराम पराजित करेंगे।



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